| 1. | तुम ही आदि सुन्दरी बाला॥प्रलयकाल सब नाशन हारी।
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| 2. | क्या करें-संकट नाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करें।
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| 3. | प्रलयकाल सब नाशन हारी. तुम गौरी शिव
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| 4. | शत्रु स्तम्भन और नाशन के लिए की जाती है.
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| 5. | धारा तंतु में भंडारित चुम्बकीय ऊर्जा का उत्सर्जन एवं नाशन
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| 6. | शंकर को संकट के नाशन ।
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| 7. | काल कर्म गति नाशन हारे ।
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| 8. | प्रलय काल सब नाशन हारी ।
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| 9. | भय नाशन दुरमति हरण, कलि में हरि को नाम |
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| 10. | शंकर हो संकट के नाशन, विघ्न विनासन मंगल करण ॥
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