किसी को अधिकतम निजी मुनाफा कमाने का अधिकार नहीं दिया जाना चाहिये।
2.
सरकार इन ज़मीनों को निजी मुनाफा कमाने वाली कंपनियों को बेच रही है।
3.
निजी मुनाफा कमाने की यह पूरी प्रक्रिया मज़दूरों के शोषण पर आधारित होती है।
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निजी मुनाफा कमाने की यह पूरी प्रक्रिया मजदूरों के शोषण पर आधारित होती है।
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तीसरी बात, पूँजीवादी व्यवस्था और समाज का मूल तर्क और प्रेरक शक्ति निजी मुनाफा, लालच, लूट और लोभ होता है।
6.
यह पूँजीवाद का सामान्य तर्क और नियम है कि निजी मुनाफा ही ” विकास ” की चालक शक्ति का काम करता है!
7.
‘निजी-सार्वजनिक भागीदारी ' मंे जो स्कूल चलाने की बात हो रही है, उसमें भी जमीन हड़पने और सरकारी अनुदान पर निजी मुनाफा कमाने का ही काम होगा।
8.
वर्तमान पूंजीवादी व्यवस्था में, जितनी तेजी से पूंजीवाद बढ़ता है उतनी ही तीव्रता से सामाजिक उत्पादन और निजी मुनाफा हड़पने के बीच का अंतर्विरोध बढ़ता है।
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निजी-सार्वजनिक भागीदारी ' मंे जो स्कूल चलाने की बात हो रही है, उसमें भी जमीन हड़पने और सरकारी अनुदान पर निजी मुनाफा कमाने का ही काम होगा।
10.
क्योंकि पूंजीपतियों का एक ही मकसद होता है कि किसी भी तरह ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना, इसीलिए इन सभाओं में केवल “ निजी मुनाफा ” यही एक