| 1. | अहंकार की सीढ़िया थोड़ी उतरो तो निरहंकार को जानोगे।
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| 2. | निर्ममो निरहंकार: स शांतिमधिगच्छति॥ 71 ॥
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| 3. | एक अदृश्य कवच-निरहंकार, तटस्थतम
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| 4. | धर्म के लिए निरहंकार बुनियादी है।
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| 5. | वार्थ, निश्छल, निर्दोष, निरहंकार...
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| 6. | निरहंकार भाव से किया गया दान ही सच्चा दान हैं।
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| 7. | तेजा सुख दुःख, मानापमान, निरहंकार की भावना से युक्त मानव हैं.
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| 8. | और जब प्रेम निरहंकार होता है तो प्रार्थना बन जाता है।
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| 9. | यह निरहंकार की घोषणा है, इसीलिए स्वयं की अविलंब रचना है।
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| 10. | भगवान और गुरू से निरहंकार होकर प्रेम करने से भक्तिरस बढ़ता है।
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