| 1. | जितेन्द्र श्रीवास्तव दिल्ली के पत्रहीन जंगल में
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| 2. | उसकी पत्रहीन शाखायें श्मशान की विभीषिका उत्पन्न करती हैं।
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| 3. | मैथिली रचनाएँ-पत्रहीन नग्न गाछ (कविता-संग्रह), हीरक जयंती (उपन्यास)।
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| 4. | पेड़ पत्रहीन पर नज़ारा उदास नहीं था।
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| 5. | पत्रहीन वृक्ष के वसंत का इन्तेज़ार ख़त्म होने वाला है।
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| 6. | पत्रहीन नग्न गाछ 1968 से अनूदित
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| 7. | चौथा चित्र (पत्रहीन पेड़ के पीछे गुम्बद) सबसे अच्छा लगा!
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| 8. | मैथिली में-पत्रहीन नग्न गाछ (कविता संग्रह), हीरक जयंती (उपन्यास)।
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| 9. | मेरे आँगन का एक पत्रहीन वृक्ष
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| 10. | १९६८-यात्री (पत्रहीन नग्न गाछ, पद्य)
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