कड़ी और नंगी चट्टानों पर उगनेवाली पहली वनस्पति पर्पटीमय लाइकेन है।
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कड़ी और नंगी चट्टानों पर उगनेवाली पहली वनस्पति पर्पटीमय लाइकेन है।
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ये तीनों प्रकार के वर्ग क्रमश: पर्पटीमय (crustose), पर्णिल (foliose) और क्षुपिल (fructose) लाइकेन कहे जाते हैं।
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पर्पटीमय लाइकेन चपटे और पतले होते हैं तथा वृक्ष की छाल, या शिलाओं से चिपके हुए उगते हैं।
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पर्पटीमय लाइकेन चपटे और पतले होते हैं तथा वृक्ष की छाल, या शिलाओं से चिपके हुए उगते हैं।
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(+) पर्पटीमय (crustose), जो चप्पड़ में उगते हैं (¤É) पर्णिल (foliose), जो पत्ती जैसे होते हैं और (ºÉ) क्षुपिल (fructicose), जिसमें फल जैसे आकार लगे होते हैं।
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पर्पटीमय लाइकेन में अध: वल्कुट नहीं होता और क्षुपिल लाइकेन के थैलस में अधिकांशत: एक वल्कुट बाहर की ओर होता है, जिसके नीचे शैवाल स्तर तथा उसके नीचे एक मध्यक अक्ष होता है।
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पर्पटीमय लाइकेन में अध: वल्कुट नहीं होता और क्षुपिल लाइकेन के थैलस में अधिकांशत: एक वल्कुट बाहर की ओर होता है, जिसके नीचे शैवाल स्तर तथा उसके नीचे एक मध्यक अक्ष होता है।
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की कथा ', एक हजार और एक नाइट्स की पुस्तक एक कहानी है जो नायक अमरत्व के लिए खोजों और गहना-पर्पटीमय पेड़ के साथ स्वर्ग पाता पास अल-खिद्र पहरा युवाओं की