कहते हैं, संस्कृत में-शेफालिका या पारिजातक भी कहते हैं.
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गर्मी के दिनों में तड़के जागकर पारिजातक को निहारता रहता हूँ ।
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कहते हैं, संस्कृत में-शेफालिका या पारिजातक भी कहते हैं.इसके पत्तों, बीज&
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और देववृक्ष पारिजातक के नीचे बैठकर पढ़ना या घर आये दोस्तों के साथ बातें करना, ठहाके लगाना अच्छा लगता है ।
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पद्मपुराण (ब्रह्मखड, 8) में वर्णन हैं कि इंद्र ने दुर्वासा द्वारा प्रदत्त पारिजातक माला का अपमान किया तो कुपित होकर दुर्वासा ने शाप दिया, तुम्हारा वैभव नष्ट होगा।
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मराठी में पारिजातक या प्राजक्ता, गुजराती में हरशणगार, बंगाली-शेफाली, शिउली, तेलुगू में पारिजातमु, पगडमल्लै, तमिल में पवलमल्लिकै, मज्जपु, मलयालम में पारिजातकोय, पविझमल्लि, कन्नड़ में पारिजात, उर्दू में गुलजाफरी तथा अँग्रेजी में-कोरल जेस्मिन के नाम से जाना जाता है।
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लेकिन उसे भी यह विचार करना चाहिए और रोगी से चार्चा करनी चाहिये कि किस रोग में किस कारण से केवल हरसिंगार के पत्ते पर्याप्त नहीं होते, किस किस प्रकार के अन्य रोग में क्या क्या पूरक औपधियाँ चाहियें इसके बजाए यदि वह रेडिमेड पारिजातक वटि खाने की सलाह देता है तो वह रोगी के ज्ञान की बढ़ावा नहीं देता बल्कि उसे परावलंबी ही बनाता है।