| 1. | इनसे पृथकता ही उनकी समस्या का हल है।
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| 2. | ख: परमात्मा और पदार्थ की पृथकता,
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| 3. | पदार्थ एवं गुण की पृथकता नहीं हो सकती।
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| 4. | पृथकता वियोग है और सम्मिलन योग है ।
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| 5. | ग: जीवात्मा एवं पदार्थ की पृथकता,
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| 6. | अंधकार सभी पृथकता और फर्क मिटा देता है।
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| 7. | पदार्थ एवं गुण की पृथकता नहीं हो सकती।
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| 8. | परन्तु प्रकृति या शरीर से अपनी पृथकता का
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| 9. | लेकिन इस पृथकता से समय लगता है ।।
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| 10. | इस भावना के फलस्वरूपसामाजिक वर्गों में पृथकता रहती है.
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