निश्चित रूप से इससे अधिक उपयुक्त एवं प्रामाणिक व्याख्या परमपूज्य महाराज
4.
निश्चित रूप से इससे अधिक उपयुक्त एवं प्रामाणिक व्याख्या का परमपूज्य
5.
उसकी प्रामाणिक व्याख्या ‘सृष्टि के अध्यक्ष‘ के द्वारा की जा चुकी है।
6.
उसकी प्रामाणिक व्याख्या ‘ सृष्टि के अध्यक्ष ‘ के द्वारा की जा चुकी है।
7.
यद्यपि यह टीका अपूर्ण है किन्तु कर्मसिद्धान्त को समझने के लिए एक अत्यन्त प्रामाणिक व्याख्या है।
8.
कुछ इस तरह के सवालों के ईद-गिर्द-क्या किसी कृति की कोई एक ही निर्णायक या प्रामाणिक व्याख्या मानी जा सकती है?
9.
यदि प्रामाणिक व्याख्या उसे माने जैसा उसे उसके लेखक या कवि ने माना होगा, तो उसके न रहने पर उसकी कृति की क्या स्थिति बनती है?
10.
इसमें आठ अध्याय हैं, जिनमें ज्ञान, योग, क्रिया, चर्या तथा वैष्णवों के सामान्य आचारपक्ष के प्रामाणिक विवेचन के साथ-साथ वैष्णव दर्शन के आध्यात्मिक प्रमेयों की भी प्रामाणिक व्याख्या दी गई है।