घूमते-घूमते कहीं पहुंच जाना और अंट-शंट बक देना अलग बात है।
2.
बिना तथ्य जाने ही बक देना पत्रकारों का शगल बन गया है.
3.
बिना तथ्य जाने ही बक देना पत्रकारों का शगल बन गया है.
4.
मन में जो बुरे या अच्छे भाव हैं, सबको बक देना अपना शगल है.
5.
तुम कर न सकोगे, कहो लिख दूं-मुंह से बक देना सरल है, कर दिखाना
6.
ऐसा ही कुछ उनके दिमाग में फिलहाल चल रहा था जिसे वो बक देना चाहते थे.
7.
मन में जो बुरे या अच्छे भाव हैं, सबको बक देना अपना शगल है.
8.
नियम-कानूनों का उल्लंघन, जो मर्जी आए वह कर बैठना, जब जो मन में आए बक देना, आदि लोगों का शगल बन चुका है ।
9.
समरकान्त ने हथौड़े से काम चलते न देखकर घन चलाया-शर्म चाहे न हो पर तुम कर न सकोगे, कहो लिख दूं-मुंह से बक देना सरल है, कर दिखाना कठिन होता है।
10.
मैने उस बच्चे के शब्द ज्ञान की तारीफें करते हुए कहा कि नहीं बेटा ताव मतलब जैसे कभी कभी गुस्सा हो जाना …गुस्से में अंट शंट बक देना जैसे बाल ठाकरे जी बोल देते है कभी कभी..