वह साहब, बहुत ख़ूब! नये साल की बहुत-बहुत मुबारक़बाद!
3.
जी, हाँ-बहुत ख़ूब! क्या आप इसका मतलब जानते हैं?
4.
आप आये बहार आयी, और बाघ महराज भी लाये, क्या बात है बहुत ख़ूब!
5.
जनाब! बहुत ख़ूब! जो तंज़ 'खेती और किसानी पर' लिखने में आया है, वो जान है ग़ज़ल की।
6.
वाह! वाह! वाह! वाह! शख्स हर पल सोचता कुछ और है वक्त की लेकिन रज़ा, कुछ और है बहुत ख़ूब!
7.
मुश्किलें वो जीस्त की लाजिम थी सेहत के लिए जीने का सामां वो ही था, बार समझे हम जिसे बहुत ख़ूब!
8.
फिर जोड़ लेता हूँ एक मुट्ठी अंधेरा और... अपनी जिन्दगी के खाते में...' बहुत ख़ूब! बहुत ही ख़ूब! कविता का तो जवाब ही नहीं.
9.
आप बधाई के पात्र हैं डॉ. कृष्ण कन्हैया बर्मिंघम, इंग्लैंडKrishna Kanhaiya ००००००००००० Monday, 8 September, 2008 9:57 PM From: “Amar Jyoti” [email protected] बहुत ख़ूब!
10.
उन्होंने फ़ोन पर उनके लिए यह सन्देश दिया है जो मैं नीचे दे रहा हूँ: “मंसूर हाश्मी साहब बहुत ख़ूब! आप तो छुपे रुस्तम निकले हैं.