| 1. | गुल बाँक भी कई कि का होता है।
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| 2. | गुल बाँक भी कई कि का होता है।
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| 3. | ' बाँक नहीं, फाँक! '
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| 4. | गढ़ तस बाँक जैसि तोरी काया ।
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| 5. | नदी की बाँक पर छाया / अज्ञेय
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| 6. | सन्नाटे में बाँक नदी की जगी चमक कर झाँकती!
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| 7. | बाँक कई प्रकार के होते हैं।
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| 8. | नदी की बाँक पर छाया (१९८१)
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| 9. | बाँक कई प्रकार के होते हैं।
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| 10. | अति सूधो प्रेम कै मारग है जहाअँ नैकु सयानप बाँक नहीं।..सुन्दर
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