| 1. | केवल बाह्यार्थ से कोई सुखी दुःखी नहीं होता।
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| 2. | वियोगवर्णन भी अधिकतर अंतर्वृत्तिानिरूपक हैं, बाह्यार्थ निरूपक नहीं।
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| 3. | वियोगवर्णन भी अधिकतर अंतर्वृत्तिानिरूपक हैं, बाह्यार्थ निरूपक नहीं।
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| 4. | स्वानुभूति निरूपिणी (सब्जेक्टिव) है अथवा बाह्यार्थ निरूपिणी
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| 5. | वियोगवर्णन भी अधिकतर अंतर्वृत्तिानिरूपक हैं, बाह्यार्थ निरूपक नहीं।
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| 6. | प्रवृत्ति अंतर्वृत्ति निरूपण की ओर ही विशेष रहने के कारण बाह्यार्थ
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| 7. | इनके मत में बाह्यार्थ परिकल्पित मात्र हैं अर्थात बाह्यार्थ खपुष्पवत अलीक है।
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| 8. | इनके मत में बाह्यार्थ परिकल्पित मात्र हैं अर्थात बाह्यार्थ खपुष्पवत अलीक है।
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| 9. | फलत: परमाणुओं से संचित स्थूल बाह्यार्थ का निषेध अपने-आप हो जाता है।
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| 10. | बाह्यार्थ को सिद्ध करने में सौत्रान्तिकों ने अभूतपूर्व एवं स्तुत्य प्रयास किया है।
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