| 1. | माता अखिल ब्रह्माण्ड की अदम्य शक्तिस्वरूपा होती है।
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| 2. | तीसरा बिंदु “ ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति ” है।
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| 3. | जिसे ब्रह्माण्ड वर्ष / निहारिका वर्ष कहते हैं।
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| 4. | ब्रह्माण्ड के स्वाभाव से हम परिचित होते हैं।
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| 5. | ब्रह्माण्ड में पृथ्वी के समान कितने ग्रह हैं?
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| 6. | मानक प्रतिकृति: ब्रह्माण्ड की संरचना भाग ४
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| 7. | अकेले एक परमेश्वर ने सारे ब्रह्माण्ड को बनाया।
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| 8. | जिसे ब्रह्माण्ड के स्वरुप द्वारा जाना जाता है।
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| 9. | फलस्वरूप ब्रह्माण्ड का विस्तार होना प्रारंभ हो गया।
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| 10. | मनुष्य काऊर्जाक्षेत्र हमेशा ब्रह्माण्ड से ऊर्जा ग्रहण करताहै।
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