| 1. | ऐसा आचरण भयहीन व्यक्ति मे आ सकता है।
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| 2. | दहन धर्म मानव का पाया, अतः, दुःख भयहीन हुआ;
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| 3. | भयहीन वीर कल का, निर्बल सा हो रहा है|
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| 4. | भयहीन हो तारों को तकते, वह नैन शून्य में…
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| 5. | मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे
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| 6. | शुम्भ निशुंभ विदारे, मधुकैटभ दोऊ मारे सुर भयहीन किये...
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| 7. | वह भयहीन है, वह सबसे समान रुप से प्रेम करता है.
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| 8. | वह भयहीन है, वह सबसे समान रुप से प्रेम करता है.
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| 9. | परन्तु तांत्रिक साधक जब बलि दे देता है तो वह भयहीन हो जाता है।
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| 10. | आपसी सद्भाव, विश्वास, उत्तम चरित्र, सहयोग, शुचिता और भयहीन रिश्ते को मित्रवत होना मानता है।
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