| 1. | जो रहीम उत्तम प्रकति का करी सकत भुजंग
|
| 2. | चंदन विष व्यापत नहीं लपटे रहत भुजंग ।
|
| 3. | चार महीने में मेरे जैसे भुजंग हो जायेंगे।
|
| 4. | भर भुजा भुजंग, धधकाई धरती धड़क धड़ंग.
|
| 5. | चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग ।।
|
| 6. | गुरुमुख गुरु चितवत रहे, जैसे मणिहि भुजंग ।
|
| 7. | कदली सीप भुजंग मुख, स्वाति एक गुन तीन।
|
| 8. | हिन्दी में एक वर्णिक छंद है-भुजंग प्रयात।
|
| 9. | चार महीने में मेरे जैसे भुजंग हो जायेंगे।”
|
| 10. | एक झोंपड़ी में यथा, रहना सहित भुजंग ॥
|