| 1. | मन्दार की जड़+लहशुन की जड़+जमालघोटा की जड़+ <
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| 2. | मन्दार-त्वचा व कुष्ठ रोग शांति
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| 3. | मन्दार और मौलश्री की पड़ताल करते रहे।
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| 4. | मन्दार की जड़+लहशुन की जड़+जमालघोटा की जड़+वरियारी की जड़
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| 5. | शीतलाषष्ठी (बंगाल), दरिद्रताहरण षष्ठी, मन्दार षष्ठी व्रत
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| 6. | स्प ष्ट है कि मन्दार में सर्वप्रथम आश्रय का भाव है।
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| 7. | उपाध्यक्ष डा. आर.एस. सलूजा, सचिव सौ. स्मिता मन्दार कुलकर्णी तथा कोषाध्यक्ष
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| 8. | इसी जड़ता के भाव से जन्मा है मन्द से मन्दार यानी पर्वत।
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| 9. | कवि मन्दार केशव भट ' मन्दार रामायण' नाम का एक आधुनिक महाकाव्य लिखे हैं।
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| 10. | कवि मन्दार केशव भट ' मन्दार रामायण' नाम का एक आधुनिक महाकाव्य लिखे हैं।
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