| 1. | मन्द्र होकर कभी निकला कभी बनकर ध्वनि छिणा।
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| 2. | मन्द्र होकर कभी निकला कभी बनकर ध्वनि छिणा।
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| 3. | मन्द्र सप्तक़, मध्य सप्तक व तार सप्तक।
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| 4. | १) मन्द्र २) मध्य ३) तार ।
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| 5. | १) मन्द्र २) मध्य ३) तार ।
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| 6. | यह छिद्र सप्तक के मन्द्र ~ मध्यम को प्रकटकरता है.
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| 7. | नवल कंठ नव जल्द मन्द्र नव
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| 8. | मधुर मन्द्र, उठ पुनः पुनः ध्वनि
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| 9. | यानि मन्द्र सप्तक के स्वर |
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| 10. | नवल कंठ नव जलद मन्द्र रव
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