| 1. | ब्रज परगन सरदार महर, तू ताकी करब नन्हाई।।
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| 2. | महर अभी भी एनआइए के रडार पर है।
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| 3. | जिसके बाद महर के परिजन चिंतित हो उठे।
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| 4. | एक ही बिस्तर पर महर अलग-अलग कोनों पर.
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| 5. | सीम व ज़र व महर व माह मानद
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| 6. | घटा बरसती है धरती पे महर होती है
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| 7. | महर जी, उत्तराखंड कई नामों से जाना जाता है.
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| 8. | तुम्हारे आशीर्वाद और इष्ट की महर से.
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| 9. | ऐ महर तलअतो वह सहर है बसंत की.
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| 10. | पैतृक गाँव: महर गांव जिला: पौड़ी
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