कुछ पुरातत्वज्ञ कहते हैं कि मातृप्रधान समाज अधिक ‘सभ्य ' अवस्था है।
4.
प्रतीत होता है कि ऐसी मुद्रायें कभी रहे मातृप्रधान समाज की ध्वंसावशेष हैं।
5.
आज भी अफ्रीका व चीन में कई क्षेत्रों में मातृप्रधान समाज मौजूद हैं.
6.
कुछ पुरातत् वज्ञ कहते हैं कि मातृप्रधान समाज अधिक ‘ सभ् य ' अवस् था है।
7.
मैंने कहीं पढ़ा है कि राजा हिरण्यकशिपु और राजा बली के समय में मातृप्रधान समाज था.
8.
मैंने कहीं पढ़ा है कि राजा हिरण्यकशिपु और राजा बली के समय में मातृप्रधान समाज था.
9.
केवल एक बात जोड़ना चाहता हूँ कि केरल में मातृप्रधान समाज है लेकिन वहाँ भी पति का थप्पड़ पत्नी की ताक में रहता है.
10.
स्त्री-स्वातंत्र्य की यदि छवि देखनी हो तो भारत के सुदूर पूर्व के राज्यों के पुराने मातृप्रधान समाज में अथवा ब्रम्हदेश (म्याँमार) के कुछ पहले के जीवन में देखें।