| 1. | सभी ने ' लोक- लुभावने मुखौटे' पहन रखें है।
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| 2. | लोक- परलोक दोनों दुनियाओं का निर्माता प्रेम है।
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| 3. | यह लोक- परलोक को संवारने-सुधारने का साधन है।
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| 4. | 24 लोक- धुनों को संयोजित किया गया है।
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| 5. | कोई इसका कारण लोक- लाज बता रहा था।
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| 6. | 5-स्वर्गलोक से आगे जीवन मुक्त लोक-
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| 7. | देखें-मनुस्मृति, अध्याय-9 (श् लोक- 18)
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| 8. | लोक- कौन कहता है नहीं सीखी.
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| 9. | यज्ञ द्वारा लोक- परलोक का सुख प्राप्त हो सकता है।
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| 10. | 2 श् लोक- 17-20) से स्पष्ट है।
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