| 1. | व्यंग्य विडंबन: घर का जोगड़ा.
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| 2. | ऐसे महान युगपुरुष का विडंबन अब नही सहेंगे हम…
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| 3. | हास्य और व्यंग्य के मिश्रण से विडंबन बनता है।
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| 4. | व्यंग्य विडंबन:-डॉ. मेहता वागीश
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| 5. | ऐसे महान युगपुरुष का विडंबन अब नही सहेंगे हम …
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| 6. | विडंबन-गुंतता हृदय हे..
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| 7. | (कविता से तो वह बिलकुल अछूते थे), लेकिन उपहास और विडंबन का जो
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| 8. | व्यंग्य विडंबन है ये हमारे दौर का जिसका बस मज़ाक ही उड़ाया जा सकता है।
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| 9. | लघुकथा की अंत: प्रकृति और उसका प्रकृत स्वर हास्य, व्यंग्य, विनोद, मनोरंजन, विडंबन और चमत्कार की ओर अधिक है।
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| 10. | दोनों ध्रुवांतर पर स्थित हैं, परंतु विडंबन में दोनों नीरक्षीर-न्यारा से मिल जाते हैं और इनका तीसरा-रूप निखर आता है।
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