यह विनिबंध सामान्यजन के लिए लिखा जाने वाला श्रेष्ठ-रोचक साहित्य है ;
2.
डाॅ. विश्वंभरनाथ उपाध्याय द्वारा उन पर लिखित दो प्रामाणिक पुस्तकें सरहपा (विनिबंध, 1996 ई.
3.
श्रवणकुमार गोस्वामी ने भी राधाकृष्ण पर लिखे अपने विनिबंध में इस कहानी की चर्चा नहीं की है।
4.
प्रस्तुत विनिबंध ‘ योद्धा महापंडित: राहुल सांकृत्यायन ' जन्मशती वर्ष पर उर्मिलेश द्वारा पठित आलेख का विस्तारित पुस्तकाकार रूप है।
5.
10 उपन्यास, 4 कहानी संग्रह, 9 व्यंग्य संग्रह, 2 विनिबंध, 1 आलोचना पुस्तक आदि उनकी कीर्ति को बनाये रखेंगे।
6.
योद्धा महापंडित: राहुल सांकृत्यायन ' शीर्षक इस विनिबंध में राहुलजी के जीवन और कृतित्व की संक्षिप्त किन्तु मौलिक व्याख्या की गई है।
7.
उन्हो ने दावा किया कि इस विनिबंध मे हिमाचल की भाषा मे लिखी गई समस्त विधाओं की पुस्तकों का सन्दर्भ लिया गया है.
8.
तदनुसार, निम्नलिखित हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के मैनेजमेंट प्रोफ़ेसरों ने उनके महत्व का अध्ययन करने वाले प्रभावशाली विनिबंध प्रकाशित किए: माइल्स मेस (उद्यमिता), अल्फ्रेड डी.
9.
११ आशा की जाती है कि अनुसंधान संस्थानों को, अपने-अपने अनुसंधानअध्ययनों का, प्रकाशित पुस्तकों और मिमिओग्राफ, विनिबंध औरकामकाजी/आव-~ सरिक पत्रों आदि के रूप में प्रसारित करना चाहिए.
10.
बर्ले और मीन्स विनिबंध “द मॉडर्न कार्पोरेशन एंड प्राइवेट प्रापर्टी ” (1932, मैकमिलन) का गहरा प्रभाव, आज भी कॉर्पोरेट प्रशासन की अवधारणा पर विद्वानों की बहस में देखा जा सकता है.