शब्द काल और देश की सीमाओं से बाहर निकल कर व्यापक हो गया।
3.
* आकाशसे शब्द काल लेलेता है और आकाश तामस अहंकारमें बदल जाता है ।
4.
यह शब्द हिन्दी के शब्द काल से आया जिसके अर्थ हैं समय, काला रंग, मृत्यु का देवता या मृत्यु।
5.
चिकहाई करने वालों से लेकर श्रद्धाविनत होने वालों तक हर किसी का काम निकाल देने वाला यह कनपुरिया शब्द काल की सीमायें लांघ कर अभी तक यथावत प्रचलित है।
6.
चिकहाई करने वालों से लेकर श्रद्धाविनत होने वालों तक हर किसी का काम निकाल देने वाला यह कनपुरिया शब्द काल की सीमायें लांघ कर अभी तक यथावत प्रचलित है।
7.
प्रभाव और महिमा का बोध कराने वाले शब्द काल के प्रवाह में धीरे धीरे व्यग्यसूचक हो जाते हैं बाद में उनमें विपरीत भाव तक पैदा हो जाता है ।
8.
प्रभाव और महिमा का बोध कराने वाले शब्द काल के प्रवाह में धीरे धीरे व्यग्यसूचक हो जाते हैं बाद में उनमें विपरीत भाव तक पैदा हो जाता है ।
9.
चिकहाई करने वालों से लेकर श्रद्धाविनत होने वालों तक हर किसी का काम निकाल देने वाला यह कनपुरिया शब्द काल की सीमायें लांघ कर अभी तक यथावत प्रचलित है।
10.
अतः ऎसा मनुष्य संस्कार, विद्या एवं सद कर्मों से पुरुषोत्तम पद प्राप्त करता हुआ देवता सदृश्य अमरता (यह शब्द काल सापेक्ष है) भी पा सकता है और यही मनुष्य दुर्गुणों एवं दुष्कर्मों से दानवत्व की ओर जा सकता है.