| 1. | शारद की अनुपम कृपा, हुई आप पर तात.
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| 2. | आरती करत कौशल्या माता॥ शुक शारद नारदमुनि ध्यावैं।
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| 3. | शारद: अच्छा जाते-जाते एक सवाल।
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| 4. | और पूछते शारद को, बहुत देर हो गई।
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| 5. | बज़्मे-अदब के अध्यक्ष श्री यश शारद,
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| 6. | शारद: आपके पास इतने अवार्ड पड़े हुए हैं।
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| 7. | सुमिरि भवानी जगदम्बा को, अरू शारद के चरण मनाय।
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| 8. | जो शारद शत मुख गुन गावैं ॥॥
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| 9. | वह जननी, यह लोक-भारती शारद की प्रतिमा-सी।
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| 10. | नीले नभ के शतदल पर वह बैठी शारद हासिनि।
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