| 1. | गा अजयः शूर सोममवासृजः सर्तवे सप्त सिन्धून् ॥१२॥
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| 2. | शूर के लिये मृत्यु घार बराबर है ।
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| 3. | क्षमता क्षमा की शूर वीरों का सृंगार है.
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| 4. | ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्।
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| 5. | राजा रानी पण्डत ज्ञानी, शूर वीर नर नार,
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| 6. | तीन चलें बिन लीक के शायर शूर सपूत॥
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| 7. | पाते हैं सम्मान तपोबल से भूतल पर शूर,
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| 8. | धर्मपाल । देवपाल । शूर पाल महेन्द्रपाल ।
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| 9. | बटेश्वर के आसपास शूर लोगों का राज्य था।
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| 10. | सूर का आशय ‘ शूर ' से है।
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