| 1. | इसीलिये इसे षट्पदी अथवा छप्पय (छप्पद) कहा जाता है।
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| 2. | षट्पदी और त्रिपदी छंदों का प्रयोग बढ़ा।
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| 3. | इसीलिये इसे षट्पदी अथवा छप्पय (छप्पद) कहा जाता है।
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| 4. | षट्पदी और त्रिपदी छंदों का प्रयोग बढ़ा।
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| 5. | (पांचवा कदम संतति वंशवृध्धि के लिये ऊठाओ) ऋतुभ्य: षट्पदी भव ।
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| 6. | (पांचवा कदम संतति वंशवृध्धि के लिये ऊठाओ) ऋतुभ्य: षट्पदी भव ।
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| 7. | श्री गुसाईं जी महाराज ने दशम् स्कन्द की पूवार्द्ध की रसलीला की षट्पदी निर्मित की-
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| 8. | श्री गुसाईं जी महाराज ने दशम् स्कन्द की पूवार्द्ध की रसलीला की षट्पदी निर्मित की-
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| 9. | प्रो सत्य सहाय श्रीवास्तव के प्रति श्रृद्धा-सुमन: संजीव 'सलिल' * षट्पदी मौत ले जाती है काया, कार्य होते हैं अमर.
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| 10. | ***** प्रो सत्य सहाय श्रीवास्तव के प्रति श्रृद्धा-सुमन: संजीव 'सलिल' * षट्पदी मौत ले जाती है काया, कार्य होते हैं अमर.
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