शुक्राणु और अंडाणु को लगभग 18 घंटों तक 75, 000:1 के अनुपात में संवर्धन माध्यम में इनक्यूबेट किया जाता है.
2.
(3) ऊतकों में संवर्धन माध्यम (culture medium) की अधिक मात्रा में उपस्थित, अर्थात् मधुमेह (diabetes) में शर्करा का होना आदि।
3.
शुक्राणु और अंडाणु को लगभग 18 घंटों तक 75, 000: 1 के अनुपात में संवर्धन माध्यम में इनक्यूबेट किया जाता है.
4.
प्लेटिंग घनत्व (संवर्धन माध्यम के प्रति आयतन में सेलों की संख्या) कुछ प्रकार के कोशिका के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
5.
प्लेटिंग घनत्व (संवर्धन माध्यम के प्रति आयतन में सेलों की संख्या) कुछ प्रकार के कोशिका के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
6.
संवहनी अंश अलग और उन्हें 21 से 42 दिनों के लिए एक विशेष रक्त संवर्धन माध्यम में बढ़ रही द्वारा इन कोशिकाओं का विस्तार.
7.
यदि संवर्धन माध्यम में रासायनिक, विद्युतीय या भौतिक परिवर्तन के द्वारा इस व्यवहार को बदला जा सका तो यह इस रोग के इलाज की संभव चिकित्सा पद्धति हो सकती है ।
8.
भ्रूणों का संवर्धन कृत्रिम संवर्धन माध्यम में किया जा सकता है या फिर ऑटोलॉगस एंडोमेट्रियल कोकल्चर (स्वयं स्त्री के गर्भाशय की दीवार की कोशिकाओं की परत पर) में किया जा सकता है.
9.
कृत्रिम भ्रूण संवर्धन माध्यम में मूलतः ग्लूकोज़, पायरूवेट, और ऊर्जादायी तत्व होते हैं, लेकिन अमीनो अम्लों, न्यूक्लियोटाइड्स, विटामिन, और कॉलेस्ट्रॉल जुड़ने से भ्रूण के विकास की प्रक्रिया और बेहतर हो जाती है.
10.
भ्रूणों का संवर्धन कृत्रि म संवर्धन माध्यम में किया जा सकता है या फिर ऑटोलॉगस एंडोमेट्रियल कोकल्चर (स्वयं स्त्री के गर्भाशय की दीवार की कोशिकाओं की परत पर) में किया जा सकता है.