| 1. | सगर्भता काल में परिश्रम जनित हृदयनिकास वृद्धि सामान्य स्त्रियों से अधिक होतीहै.
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| 2. | आघटन--सगर्भता काल में हदय रोग का आघटन हास्पिटल प्रसवों में से ०.
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| 3. | (२) जन्मजात हृदरोग--लगभग १०% सगर्भता काल के हृदरोग जन्म-~ जात होते हैं.
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| 4. | ०% वर्ग-(१) सगर्भता काल में भी परिश्रम के कारण कष्ट श्वास नहीं होता.
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| 5. | वर्ग चारके रोगिणियों को संपूर्ण सगर्भता काल भर हॉस्पिटल में रख लेना चाहिए.
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| 6. | वर्ग चार केरोगिणियों को संपूर्ण सगर्भता काल भर हॉस्पिटल चिकित्सा पर ही रखना चाहिए.
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| 7. | (७) सगर्भता काल में परिश्रम से हृदय तथा श्वसन अंगो पर अधिक भार पड़ता है.
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| 8. | सगर्भता काल में हृदय के अक्षघूर्णन के कारण हृदय विवर्धन का संदेह होने लगता है.
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| 9. | चिकित्सा व्यवस्थाउचित प्रसवपूर्व देखरेख--(१) सम्पूर्ण सगर्भता काल के अंतर्गत रोगिणी को उचितविश्राम प्राप्त होना चाहिए.
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| 10. | सगर्भता मध्यकाल से प्रसव तककई बार रक्तशर्करा परीक्षण करवा लेनी चाहिए क्योंकि सगर्भता काल में बहुधारक्तशर्करास्तर बदलता रहता है.
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