सदाचारी मनुष्य बुद्धिवादी से कहीं अधिक शक्तिमान है।
2.
ऐसे समस्त सन्देष्टा और उनके मानने वाले लोग सदाचारी मनुष्य थे।
3.
सदाचारी मनुष्य इहलोक और परलोक दोनों को ही जीत लेता हैं।
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ऐसे समस्त सन्देष्टा और उनके मानने वाले लोग सदाचारी मनुष्य थे।
5.
बाद में उस स्थान पर वासुनामक एक सदाचारी मनुष्य आया और खंतीसे कंद खोदने लगा।
6.
धन क्षीण हो जाने पर भी सदाचारी मनुष्य क्षीण नहीं माना जाता, किन्तु जो सदाचार से भ्रष्ट हो गया, उसे तो नष्ट ही समझना चाहिये।
7.
इन सभी कथाओं द्वारा यह समझाने का प्रयास किया गया है कि एक सदाचारी मनुष्य के सद्कर्म उसकी उन्नति के तथा तथा दुराचारी व्यक्ति के दुष्कर्म उसके पराभव का कारण बनते हैं।
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इन सभी कथाओं द्वारा यह समझाने का प्रयास किया गया है कि एक सदाचारी मनुष्य के सद्कर्म उसकी उन्नति के तथा तथा दुराचारी व्यक्ति के दुष्कर्म उसके पराभव का कारण बनते हैं।
9.
इस पुल की तुलना सच्चाई के मार्ग से की जाती है जो एक सदाचारी मनुष्य को संसार का त्याग कर, उसके स्वयं के प्रयास और इच्छाशक्ति से, मुक्ति की ओर अग्रसर करता है।
10.
धन क्षीण हो जाने पर भी सदाचारी मनुष्य क्षीण नहीं माना जाता, किन्तु जो सदाचार से भ्रष्ट हो गया उसे तो नष्ट ही समझना चाहिए] {विदुर नीति: महाभारत: उद्योग पर्व} उन्हीं दिनों लप्पूलाल के घर में भी एक हृदयविदारक घटना हो गई।