| 1. | जोती सरूप कहिए जिन्हें सो वह आप थे।।
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| 2. | मन तू जोत सरूप है, अपना मूल
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| 3. | तुम तो सरूप हो ना-सरुपबेन योगेशभाई ध्रुव
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| 4. | मो गृह नीति सरूप काज सब करन सँवारी।
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| 5. | जोती सरूप कहिए जिन्हें सो वो आप थे
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| 6. | सरूप चंद सिंगला को किया सम्मानित कपड़ा मार्केट...
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| 7. | मो गृह नीति सरूप काज सब करन सँवारी।
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| 8. | असल सरूप को दूर कर, पूजत उनका भेख।।
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| 9. | क्या सरूप था कि देख आइना मचल उठा.
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| 10. | याद करो धनीको सरूप, श्रीस्यामाजी रूप अनूप ।।
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