| 1. | जनमेजय का सर्पयज्ञ इसी स्थान पर हुआ था।
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| 2. | अभिमन्यु के पौत्र जन्मेजय ने किया था सर्पयज्ञ
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| 3. | जनमेजय का सर्पयज्ञ भी इसी स्थान पर हुआ था ।
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| 4. | जैमिनि, जनमेजय के सर्पयज्ञ में “ब्रह्मा” बनाए गए थे (महाभारत, आदिपर्व 53.6)।
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| 5. | जैमिनि, जनमेजय के सर्पयज्ञ में “ब्रह्मा” बनाए गए थे (महाभारत, आदिपर्व 53.6)।
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| 6. | जैमिनि जनमेजय के सर्पयज्ञ में ' ब्रह्मा' बनाए गए थे (महाभारत, आदिपर्व 53।
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| 7. | अत: जन्मेजय को सर्पयज्ञ का अनुष्ठान करके तक्षक का नाश कर देना चाहिए।
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| 8. | यह जनमेजय अभिमन्यु का पोता और परीक्षित का पुत्र नहीं है जिसने महाभारत युद्ध के बाद सर्पयज्ञ किया था।
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| 9. | जैमिनि, जनमेजय के सर्पयज्ञ में “ ब्रह्मा ” बनाए गए थे (महाभारत, आदिपर्व 53.6) ।
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| 10. | कथा है कि आस्तीक मुनि ने सर्पयज्ञ रोकने के लिए पांडववंशी राजा जनमेजय को राजी किया तथा नागों की रक्षा की।
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