| 1. | साँझ पड़े दिन बीतबै, चकवी दीन्ही रोय ।
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| 2. | गिर्दा का साँझ से बड़ा लगाव है.
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| 3. | महका करते हैं गुलदस्ते, अभिलाषा के साँझ सकारे
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| 4. | कवि का “ साँझ ” का यह चित्र
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| 5. | और साँझ को जब तारों की तरल कँपकँपी
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| 6. | साँझ दुश्मन है, कभी दोस्त नहीं थी मेरी
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| 7. | मई की साँझ! साढ़े छह बजे हैं।
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| 8. | कवि का “ साँझ ” का यह चित्र
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| 9. | किसी झील किनारे बिताई साँझ याद तो कीजिए।
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| 10. | साँझ ढले फिर वापस उन्हें पोखर में डाल
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