| 1. | धीरे-धीरे सान्ध्य आकाश में नील नीरदमाला घिरने लगी।
 
  | 
 | 2. | प्रशमित हैं वातावरण, नमित-मुख सान्ध्य कमल लक्ष्मण
 
  | 
 | 3. | निराला जी की एक कविता भी है सान्ध्य काकली।
 
  | 
 | 4. | नव बसन्त की सान्ध्य महा सुखमा-सी सोहै।
 
  | 
 | 5. | निराला जी की एक कविता भी है सान्ध्य काकली।
 
  | 
 | 6. |  (सान्ध्य महालक्ष्मी, नई दिल्ली 31 मई 2004)
 
  | 
 | 7. | सान्ध्य दैनिक ट्रू सोल्जर में 18. 12.12 को प्रकाशित
 
  | 
 | 8. | सान्ध्य वेला का सुंदर वर्णन और काव्याभिव्यक्ति.
 
  | 
 | 9. | सहसा बह चली सान्ध्य बेला की सुबातास,
 
  | 
 | 10. | प्रशमित हैं वातावरण, नमित-मुख सान्ध्य कमल
 
  |