वह शख्स जो सखेद साभिवादन कई बार अपनी पत्नी को भी लौटा देते हैं ।
6.
अहर्निशं सेवामहे, की सीख देती उत्कृष्ट छांदस रचना | बड़े भाई साभिवादन बधाई!!
7.
मान्या महिमा जी, साभिवादन! … आप की प्रतिक्रिया बड़ी ही हृदयस्पर्शी लगी, तदर्थ आभारी हूँ!
8.
मान्या दीप्ति जी, साभिवादन! …… दुराचारी तो दुराचार करेंगे ही क्यों कि वह उनकी फितरत में शामिल है!
9.
ब्रज किशोर जी, साभिवादन! ……. पाप का घड़ा धीरे-धीरे भर रहा है और अब जल्दी ही फूटनेवाला है, प्रतीक्षा करें! सिर्फ पात्र बदला है शराब तो वही है | पुनश्च!!
10.
ज्योत्सना जी, साभिवादन! मेरे भावों का प्रकटीकरण और पस्तुति आप को भायी | आभारी हूँ | आभारी हूँ, इसलिए भी कि प्रतिक्रिया के क्रम में आप ने वर्तमान को पूर्व से जोड़ा है!