| 1. | तुलसी सब कह जो भलो, सुजन सराहहिं सोई॥
|
| 2. | टूटे सुजन मनाइए, जो रूठें सौ बार।
|
| 3. | ताकि सुजन, दुर्जन न बन सकें,
|
| 4. | उसने आँखों की सुजन को भी पढ़ा है
|
| 5. | पैरों में सुजन, पेशाब ग्रन्थि कि सम्स्याएँ, यौनि
|
| 6. | चतुर सुजन सज्जन सत संगत सेवत जनक दुलारी।।
|
| 7. | सुखी रहैं ये सब पुरवासी खलगन सुजन सुभाए।
|
| 8. | टूटे सुजन मनाइए जो टूटे सौ बार ।
|
| 9. | वैसे आँखों में अब वो सुजन भी नही.......
|
| 10. | टूटे सुजन मनाइए जो टूटे सौ बार ।
|