| 1. | शुभ कल्याण कल्पतरु पाओ॥150॥ उत्तम गति स्तोत्र प्रदाता।
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| 2. | आरती समाप्त होने पर स्तोत्र पाठ आरम्भ हुआ।
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| 3. | निजात्माष्टक-यह आठ पद्यात्मक एक स्तोत्र है।
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| 4. | यहां प्रस्तुत है कनकधारा स्तोत्र का हिन्दी अनुवाद।
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| 5. | में १०४वें स्तोत्र के रूप में मिलता है।
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| 6. | इसलिए, इस स्तोत्र का प्रभाव असंदिग्ध है।
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| 7. | (इ) अनुदान (ए) अन्य विविध स्तोत्र से प्राप्त
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| 8. | आरती और स्तोत्र द्वारा आराधना की जाती है।
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| 9. | स्तोत्र का पाठ करता है, उसको करो।
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| 10. | कार्तिकेय या शिवजी के स्तोत्र का पाठ करें।
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