यह स्वस्थ्य होमोसिस्टीन स्तर को बढ़ने में मदद करता है,
3.
होमोसिस्टीन का स्तर हृदय-धमनी रोग में मार्कर का कार्य करता है।
4.
होमोसिस्टीन के बढ़े हुए या सामान्य के ऊपरी आधे से भी अधिक स्तर
5.
शरीर में फोलेट, विटामिन बी-6 और बी-12 की कमी होने पर रक्त में होमोसिस्टीन नामक अमाइनो एसिड का स्तर बढ़ जाता है।
6.
कोलेस्ट्रोल ही जिम्मेदार नहीं होता है | इसके लिए होमोसिस्टीन तथा धुम्रपान, उच्च रक्त चाप, वसायुक्त भोजन और डायबिटिज से उत्पन्न होने वाले स्वतंत्र तत्व (
7.
इस आहार में वसा युक्त दूध, दही, कम वसा युक्त चीज़ व फलों की तीन सर्विंग शामिल होती हैं, जिनसे हृदय रोग, एल डी एच कौलेस्ट्रॉल व होमोसिस्टीन का खतरा घटता है।
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इस आहार में वसा युक्त दूध, दही, कम वसा युक्त चीज़ व फलों की तीन सर्विंग शामिल होती हैं, जिनसे हृदय रोग, एल डी एच कौलेस्ट्रॉल व होमोसिस्टीन का खतरा घटता है।
9.
बादाम में मौजूद फॉलिक एसिड बॉडी में होमोसिस्टीन (एक प्रकार का अमीनो अम्ल) की मात्रा को ठीक रखता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना बेहद कम हो जाती है।
10.
अगर आप भोजन द्वारा ही इन चीजों का ध्यान रखें, तो होमोसिस्टीन का स्तर फिर से सामान्य हो सकता है तथा मस्तिष्क की कार्य क्षमता को (यादाश्त को बढाता है) वापस बढ़ सकती है।