पट्टाभि सीतारमैया वाक्य
उच्चारण: [ pettaabhi sitaaremaiyaa ]
उदाहरण वाक्य
मोबाइल
- अपनी सुदीर्घ तथा उल्लेख्य राष्ट्रसेवा तथा नेतृत्व के गुणों के कारण 1952 में डाक्टर पट्टाभि सीतारमैया मध्यप्रदेश के राज्यपाल नियुक्त हुए।
- अपनी सुदीर्घ तथा उल्लेख्य राष्ट्रसेवा तथा नेतृत्व के गुणों के कारण 1952 में डाक्टर पट्टाभि सीतारमैया मध्यप्रदेश के राज्यपाल नियुक्त हुए।
- यह थी विश्वनाथ मंदिर तोड़ने की पृष्ठभूमि जिसे डॉक्टर पट्टाभि सीतारमैया ने अपनी पुस्तक Feather and the stones में भी लिखा हैं.
- उनके इस रामराज्य का खुलासा उनकी गोष्ठी के प्रमुख सदस्य ÷श्री पट्टाभि सीतारमैया ' ने अपने कांगे्रस के अध्यक्षीय भाषण में ÷ईश्वरीय राज्य' किया था।
- पट्टाभि सीतारमैया जैसे कांग्रेस के इतिहासकारों ने कहा है कि एक समय भगत सिंह की लोकप्रियता किसी भी तरह से गांधी से कम नहीं थी.
- पट्टाभि सीतारमैया जैसे कांग्रेस के इतिहासकारों ने कहा है कि एक समय भगत सिंह की लोकप्रियता किसी भी तरह से गांधी से कम नहीं थी.
- पट्टाभि सीतारमैया जैसे कांग्रेस के इतिहासकारों ने कहा है कि एक समय भगत सिंह की लोकप्रियता किसी भी तरह से गांधी से कम नहीं थी.
- दो दिन बाद गाँधी का वक्तव्य आया-‘‘ श्री सुभाष बोस ने अपने प्रतिद्वन्द्वी डाॅ 0 पट्टाभि सीतारमैया पर एक निर्णायक विजय हासिल की है।
- क्यों नहीं उसे अब कोई पुरूषोत्तम दास टंडन, पट्टाभि सीतारमैया, के कामराज जैसा आम कार्यकर्ता अध्यक्ष बनने और पार्टी की कमान संभालने योग्य नहीं लगता।
- खोजबीन करने पर पता चलता है कि पट्टाभि सीतारमैया ने यह कहानी अपनी जेलयात्रा के दौरान एक डायरी में लिखी थी, और उन्होंने यह कहानी लखनऊ के एक मुल्ला से सुनी थी।
- मानों कि महात्मा गांधी का रामराज्य, जिसकी तुलना श्री पट्टाभि सीतारमैया ने मसीह के स्वर्गीय राज्य से की थी, अब अपने उपर्युक्त यथार्थ स्वरूप में साकार होकर देश पर छा गया है।
- खोजबीन करने पर पता चलता है कि पट्टाभि सीतारमैया ने यह कहानी अपनी जेलयात्रा के दौरान एक डायरी में लिखी थी, और उन्होंने यह कहानी लखनऊ के एक मुल्ला से सुनी थी।
- उनकी इस जीवनी को लिखने में मुझे डॉ. विश्वनाथ प्रसाद वर्मा (लोकमान्य तिलक जीवन और दर्शन) श्री पाण्डुरंगन गणेश दासपाण्डे डॉ. पट्टाभि सीतारमैया आदि विद्वान् लेखकों की पुस्तकों से सहायता मिली।
- यही कारण है कि सन् 1939 में जब आप कांग्रेस के राष्ट्रपति पद के चुनाव में श्री सुभाषचंद्र बसु के विरुद्ध खड़े हुए तो महात्मा गांधी ने कहा था कि पट्टाभि सीतारमैया की हार मेरी हार होगी।
- यही कारण है कि सन् 1939 में जब आप कांग्रेस के राष्ट्रपति पद के चुनाव में श्री सुभाषचंद्र बसु के विरुद्ध खड़े हुए तो महात्मा गांधी ने कहा था कि पट्टाभि सीतारमैया की हार मेरी हार होगी।
- इस पुस्तक को लिखने में लाला जी की आत्मकथा के अतिरिक्त श्री अलगूराय शास्त्री, श्री रामनाथ सुमन, नन्दकुमार देव शर्मा, पट्टाभि सीतारमैया आदि लेखकों एवं इतिहासकारों की पुस्तकों से आभार से आभार सहित सहायता ली गई है।
- इसकी शुरुआत तो तभी से हो गई थी जब सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जीत गए थे लेकिन महात्मा गांधी की जिद के आगे उन्हें इस्तीफा देकर कांग्रेस के एक अन्य नेता पट्टाभि सीतारमैया को उसका अध्यक्ष बनाया गया।
- प्रखर विचारक बी 0 डी 0 सावरकर व पट्टाभि सीतारमैया ने इसे ” भारत का प्रथम स्वाधीनता संग्राम ”, जाॅन विलियम ने ” सिपाहियों का वेतन सुविधा वाला मामूली संघर्ष “ व जाॅन ब्रूस नाॅर्टन ने “ जन-विद्रोह ” कहा।
- हरिपुरा और त्रिपुरी में दो दो बार उन्हें कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया किन्तु गांधीजी के समर्थन से प्रत्याशी बने पट्टाभि सीतारमैया को सीधे चुनाव में हराने के बाद तो वे स्पष्ट रूप से गांधीजी की आँख की किरकिरी ही बन गए.
- राजेन्द्र प्रसाद, जय प्रकाश नारायण, आचार्य कृपलानी, पट्टाभि सीतारमैया, सरदार बल्लभ भाई पटेल, राजषिZ पुरूषोत्तम दास टण्डन, मौलाना मोहम्मद अली जैसे अनेक स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों के संघषोZं के माध्यम से 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ।
पट्टाभि सीतारमैया sentences in Hindi. What are the example sentences for पट्टाभि सीतारमैया? पट्टाभि सीतारमैया English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.