English - Hindi मोबाइल
साइन इन साइन अप करें

प्रज्ञापारमिता वाक्य

उच्चारण: [ perjenyaapaaremitaa ]
उदाहरण वाक्यमोबाइल
  • ई. शताब्दी के मध्य तक प्रज्ञापारमिता का चीनी अनुवाद, एवं प्राय: उस समय तक उसपर नागार्जुन का विशाल प्रज्ञापारमिताशास्त्र निबद्ध हो चुके थे।
  • प्रज्ञापारमिता की वजह से संसार और निर्वाण दोनों में प्रतिष्ठित नहीं होने के कारण यह भूमि संसार और निर्वाण दोनों के अभिमुख होती है।
  • उनके अनुसार आर्य शतसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता आदि कुछ सूत्र नीतार्थ सूत्र हैं, क्योंकि इनमें समस्त धर्मों की परमार्थत: नि: स्वभावता निर्दिष्ट है।
  • वह देख सकता है यह बहुत रहस् यमय लगेगा कि बुद्ध तुम् हें ‘ ' वज्रच्छेदिका प्रज्ञापारमिता '' सूत्रों को सुनता हुआ देखते है।
  • प्रज्ञापारमिता सुत्त में उल्लेख आया है कि मंजुश्री किसी नाग राजा की कन्या थी जिसका समाधि प्रक्रिया पर भगवान बुद्ध से संवाद हुआ था.
  • भगवान बुद्ध ने एक जगह कहा है अगर कोई ‘ ' वज्रच् छेदिका प्रज्ञापारमिता '' का एक सुत्र भी समझ ले तो मुक् त हो सकता है।
  • उन ग्रन्थों में न्यायपरमेश्वर धर्मकीर्ति ने बुद्धवचनों की नेयार्थता और नीतार्थता का विवेचन करते हुए शतसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता आदि प्रज्ञापारमिता सूत्रों को बुद्धवचन के रूप में प्रमाणित किया।
  • उन ग्रन्थों में न्यायपरमेश्वर धर्मकीर्ति ने बुद्धवचनों की नेयार्थता और नीतार्थता का विवेचन करते हुए शतसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता आदि प्रज्ञापारमिता सूत्रों को बुद्धवचन के रूप में प्रमाणित किया।
  • ‘ ' यह सोचना तक हर्षोंन् मादक है कि गौतम बुद्ध ने तुम् हें ‘ ' वज्रच् छेकिका प्रज्ञापारमिता '' सूत्रों में यह तुम् हारी चर्चा हुई है।
  • मध्येन्द्रिय और मध्यरुचि विनेयजनों के लिए मध्यम जिनजननी अर्थात पञ्चविंशति साहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता का तथा तीक्ष्णेन्द्रिय और संक्षिप्त रुचि विनेयजनों के लिए संक्षिप्त जिनजननी अर्थात अष्टसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता का भगवान ने उपदेश किया है।
  • मध्येन्द्रिय और मध्यरुचि विनेयजनों के लिए मध्यम जिनजननी अर्थात पञ्चविंशति साहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता का तथा तीक्ष्णेन्द्रिय और संक्षिप्त रुचि विनेयजनों के लिए संक्षिप्त जिनजननी अर्थात अष्टसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता का भगवान ने उपदेश किया है।
  • आचार्य भावविवेक, ज्ञानगर्भ, शान्तरक्षित आदि स्वातन्त्रिक माध्यमिकों के अनुसार प्रज्ञापारमितासूत्रों में आर्यशतसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता आदि कुछ सूत्र नीतार्थ हैं, क्योंकि इनमें सभी धर्मों की परमार्थत: नि: स्वभावता निर्दिष्ट है।
  • इस संप्रदाय में दिनांग व धर्मकीर्ति के न्याय, मैत्रेयनाथ और असंग के प्रज्ञापारमिता सूत्र, नागार्जुन व चंद्रकीर्ति के माध्यमिक, वसुबंधु व असंग के अभिधर्म तथा गुणप्रभा द्वारा रचित विनय प्रमुख ग्रंथ है, जिस पर इनकी आध्यात्मिक व दर्शन टिका है।
  • बौद्ध स्थविरवाद के सिद्धांतों का वर्णन ' अभिधर्म' के नाम से प्रसिद्ध है किंतु महायान के शून्यवादी माध्यमिक विकास के साथ ही प्रज्ञापारमिता को महत्व मिला और अधिभर्म के स्थान में 'अभिसमय' शब्द का व्यवहार, विशेषत: मैत्रेयनाथ के बाद होने लगा।
  • * संस्कृत में निम्नलिखित सूत्र अंशत: या पूर्णरूपेण उपलब्ध होते हैं-# शतसाहस्रिकाप्रज्ञापारमिता, # पञ्चविंशतिसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # अष्टसाहस्त्रिकाप्रज्ञापारमिता, # सार्धद्विसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # सप्तशतिका प्रज्ञापारमिता, # वज्रच्छेदिका (त्रिशतिका) प्रज्ञापारमिता, # अल्पाक्षरा प्रज्ञापारमिता, # भगवती प्रज्ञापारमितासूत्र आदि।
  • * संस्कृत में निम्नलिखित सूत्र अंशत: या पूर्णरूपेण उपलब्ध होते हैं-# शतसाहस्रिकाप्रज्ञापारमिता, # पञ्चविंशतिसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # अष्टसाहस्त्रिकाप्रज्ञापारमिता, # सार्धद्विसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # सप्तशतिका प्रज्ञापारमिता, # वज्रच्छेदिका (त्रिशतिका) प्रज्ञापारमिता, # अल्पाक्षरा प्रज्ञापारमिता, # भगवती प्रज्ञापारमितासूत्र आदि।
  • * संस्कृत में निम्नलिखित सूत्र अंशत: या पूर्णरूपेण उपलब्ध होते हैं-# शतसाहस्रिकाप्रज्ञापारमिता, # पञ्चविंशतिसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # अष्टसाहस्त्रिकाप्रज्ञापारमिता, # सार्धद्विसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # सप्तशतिका प्रज्ञापारमिता, # वज्रच्छेदिका (त्रिशतिका) प्रज्ञापारमिता, # अल्पाक्षरा प्रज्ञापारमिता, # भगवती प्रज्ञापारमितासूत्र आदि।
  • * संस्कृत में निम्नलिखित सूत्र अंशत: या पूर्णरूपेण उपलब्ध होते हैं-# शतसाहस्रिकाप्रज्ञापारमिता, # पञ्चविंशतिसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # अष्टसाहस्त्रिकाप्रज्ञापारमिता, # सार्धद्विसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # सप्तशतिका प्रज्ञापारमिता, # वज्रच्छेदिका (त्रिशतिका) प्रज्ञापारमिता, # अल्पाक्षरा प्रज्ञापारमिता, # भगवती प्रज्ञापारमितासूत्र आदि।
  • * संस्कृत में निम्नलिखित सूत्र अंशत: या पूर्णरूपेण उपलब्ध होते हैं-# शतसाहस्रिकाप्रज्ञापारमिता, # पञ्चविंशतिसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # अष्टसाहस्त्रिकाप्रज्ञापारमिता, # सार्धद्विसाहस्त्रिका प्रज्ञापारमिता, # सप्तशतिका प्रज्ञापारमिता, # वज्रच्छेदिका (त्रिशतिका) प्रज्ञापारमिता, # अल्पाक्षरा प्रज्ञापारमिता, # भगवती प्रज्ञापारमितासूत्र आदि।
  • भगवती प्रज्ञापारमिता हृदयसूत्र आदि कुछ सूत्र यद्यपि द्वितीय धर्मचक्र के अन्तर्गत संगृहीत हैं, तथापि वे नीतार्थ नहीं माने जाते, क्योंकि इनके द्वारा जिस प्रकार की सर्वधर्मनि: स्वभावना प्रतिपादित की गई है, उस प्रकार की नि: स्वभावता स्वातन्त्रिक माध्यमिकों को मान्य नहीं है।
  • अधिक वाक्य:   1  2

प्रज्ञापारमिता sentences in Hindi. What are the example sentences for प्रज्ञापारमिता? प्रज्ञापारमिता English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.