प्रत्ययवाद वाक्य
उच्चारण: [ perteyyevaad ]
"प्रत्ययवाद" अंग्रेज़ी मेंउदाहरण वाक्य
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- मुद्दा यह है कि स्वयं मानव जीवन में और सामाजिक जीवन की दशाओं में प्रत्ययवाद की निश्चित जड़ें विद्यमान हैं।
- कांट का प्रत्ययवाद अभौतिकवाद न था, उसकी धारणा थी कि ज्ञान के निर्माण में मन का योगदान अनिवार्य अंश है।
- कांट का प्रत्ययवाद अभौतिकवाद न था, उसकी धारणा थी कि ज्ञान के निर्माण में मन का योगदान अनिवार्य अंश है।
- ये विज्ञानवाद तथा प्रत्ययवाद का खंडन करते हुए केवल वस्तुवाद के आधार पर ज्ञान की उत्पत्ति की व्याख्या करते हैं।
- कांट का प्रत्ययवाद अभौतिकवाद न था, उसकी धारणा थी कि ज्ञान के निर्माण में मन का योगदान अनिवार्य अंश है।
- द्वेतवाद का कोई स्वाधीन महत्व नहीं है क्योंकि इसके महान प्रवक्ता देर-सवेर या तो प्रत्ययवाद की स्थिति पर जा पहुंचे या भौतिकवाद की।
- जर्मनी का प्रत्ययवाद-इमानुएल कांट (1722-1804) ने विवेकवाद और अनुभववाद की पृथक् धाराओं को मिलाकर उन्हें एक नदीतल पर बहाने का यत्न किया।
- प्रत्ययवाद, भाववाद या अध्यात्म का पिछड़ापन व रूढि़वाद हमेशा शासक वर्ग के संरक्षण में फला-फूला और इसने उसी वर्ग की सेवा भी की है।
- डा. सेवा सिंह ने भारतीय भाववाद, प्रत्ययवाद के दर्शन के विकास को व उसके सामाजिक आधार को भी समझने की कोशिश की है।
- उसके भौतिकवाद के विरूद्ध याज्ञवलक्य ने तत्काल ही कर्म, संसार और मोक्ष के सिद्धांत के साथ-साथ भारत के सबसे प्राचीन प्रत्ययवाद का सिद्धांत दिया.
- इस प्रश्न के उत्तर के अनुसार सारे दार्शनिकगण दो बड़े शिविरों या प्रवृत्तियों-भौतिकवाद (Materialism) और प्रत्ययवाद (Idealism)-में बंटे हुए हैं।
- प्रत्ययवाद हमारी तर्कबुद्धि को गति और विकास के वस्तुगत नियमों के अध्ययन की ओर नहीं ले जा सकता है जो कि आधुनिक विज्ञान का एक सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
- इसका परिणाम यह हुआ कि क्रियाशील पक्ष भौतिकवाद द्वारा नहीं, बल्कि प्रत्ययवाद द्वारा विकसित किया गया-किन्तु मात्र अमूर्त रूप में, क्योंकि प्रत्ययवाद वास्तविक इन्द्रियगतक्रियाकलाप से सर्वथा अपरिचित है।
- इसका परिणाम यह हुआ कि क्रियाशील पक्ष भौतिकवाद द्वारा नहीं, बल्कि प्रत्ययवाद द्वारा विकसित किया गया-किन्तु मात्र अमूर्त रूप में, क्योंकि प्रत्ययवाद वास्तविक इन्द्रियगतक्रियाकलाप से सर्वथा अपरिचित है।
- उनमें यंत्रवाद और प्रत्ययवाद की छाया को चतुराई से छिपा दिया गया है, किंतु इस सतही परिवर्तन के बावज़ूद इन प्रवृत्तियों की मुख्य वैचारिक दिशा ज्यों की त्यों रही है।
- आत्मगत प्रत्ययवाद (Subjective Idealism) केवल प्रदत्त विषयी की चेतना को मान्यता देता है और विषयी की इच्छा तथा चेतना से स्वतंत्र वस्तुगत यथार्थता के अस्तित्व से इंकार करता है।
- इसका परिणाम यह हुआ कि क्रियाशील पक्ष भौतिकवाद द्वारा नहीं, बल्कि प्रत्ययवाद द्वारा विकसित किया गया-किन्तु मात्र अमूर्त रूप में, क्योंकि प्रत्ययवाद वास्तविक इन्द्रियगतक्रियाकलाप से सर्वथा अपरिचित है।
- इसका परिणाम यह हुआ कि क्रियाशील पक्ष भौतिकवाद द्वारा नहीं, बल्कि प्रत्ययवाद द्वारा विकसित किया गया-किन्तु मात्र अमूर्त रूप में, क्योंकि प्रत्ययवाद वास्तविक इन्द्रियगतक्रियाकलाप से सर्वथा अपरिचित है।
- इस दर्शन के मुख्य पड़ावों को रेखांकित किया है कि ' ' उपनिषदों का आत्मवाद, महायानी बौद्धों का शूनयवाद और विज्ञानवाद एवं शंकराचार्य का मायावाद भारतीय प्रत्ययवाद के विकास के चरण हैं।
- आदर्शवाद या प्रत्ययवाद (Idealism) उन विचारों और मान्यताओं की समेकित विचारधारा है जिनके अनुसार इस जगत की समस्त वस्तुएं विचार (Idea) या चेतना (Consciousness) की अभिव्यक्ति है।
प्रत्ययवाद sentences in Hindi. What are the example sentences for प्रत्ययवाद? प्रत्ययवाद English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.