English - Hindi मोबाइल
साइन इन साइन अप करें

जितेन ठाकुर वाक्य

उच्चारण: [ jiten thaakur ]
उदाहरण वाक्यमोबाइल
  • वर्ष 2009 की शुभकामनाओं और कथाकार जितेन ठाकुर के दिवंगत पिता को विनम्र श्रद्धांजली के साथ आज दिनांक 4 / 1 / 2009 को सम्पन्न हुई संवेदना की मासिक बैठक में कवि राजेश सकलानी ने अपनी नयी रचनाओं का पाठ किया जिन पर विस्तार से चर्चा हुई।
  • दहशतगर्द लोग “, ” अजनबी शहर में “, ” एक झूठ एक सच “ जितेन ठाकुर के महत्वपूर्ण कथा संग्रह एवं ” शेष अवशेष “ उपन्यास के अलावा अभी हाल ही में, वर्ष 2008 में प्रकाशित एक अन्य उपन्यास ” उड़ान ” चर्चाओं में है।
  • आयेजित कार्यक्रम में हिन्दी के वरिष्ठ कवि नरेश सक्सेना जो पिछले दो वर्षो से देहरादून में रह रहे हैं, के साथ-साथ कथाकार विद्यासागर नौटियाल, सुभाष पंत, जितेन ठाकुर, गुरुदीप खुराना, गढ़वाली कविता के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर एवं घूमंतू निरंजन सुयाल, कुसुम भट्ट, कृष्णा खुराना, सीपीआई के उत्तराखण्ड महासचिव समर भंडारी, जगदीश कुकरेती और कई ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता एवं अन्य कविता प्रेमी श्रोता और दर्शक मौजूद थे।
  • उपस्थितों में मुख्यरुप से कथाकार विद्यासागर नौटियालए सुभाष पंत, कुसुम भटट, गुरुदीप खुराना, जितेन्द्र शर्मा, जितेन ठाकुर, दिनेश चंद्र जोशी, मदन शर्मा, जितेन्द्र भारती, कवि लीलाधर जगूड़ी, राजेश सकलानी, प्रेम साहिल, राजेश पाल, प्रमोद सहाय, जयंति सिजवाली, कृष्णा खुराना आदि रचनाकारों के अलावा साहित्य के शुद्ध रुप से पाठक सी एन मिश्रा, राजेन्द्र गुप्ता, शकुन्तला, गीता गैरोला, वेद आहलूवालिया आदि मौजूद थे।
  • अभागा, आधुनिक हिंदी साहित्य, आलोचना, कथाचर्चा, गिद्ध झपट्टा, गिरिराज किशोर, गुमचोट, गोह, चन्द्र किशोर जायसवाल, जयनंदन, जितेन ठाकुर, जितेन्द्र, नंद के लाल, पिंटी का साबुन, पुतला, फट जा पंचधार, महत्वपूर्ण कहानी, राकेश रोहित, विजय, विद्यासागर नौटियाल, वो एक दिन, संजय खाती, संजीव, स्त्री, हंस, हिंगवा घाट में पानी रे, हिंदी आलोचना, हिंदी कहानी की रचनात्मक चिंताएं,
  • पिछले कुछ समय में कई महत्वपूर्ण रचनाएँ आयी हैं, पूरन हार्डी की 'बुड़ान', योगेन्द्र आहूजा की 'खाना', प्रेमरंजन अनिमेष की 'लड़की जिसे रोना नहीं आता', विद्यासागर नौटियाल की 'पफट जा पंचधर', शैलेन्द्र सागर की 'ब्रंच', प्रियंवद की 'कलंदर', जितेन ठाकुर की 'विक्रम-बेताल', नवीन कुमार नैथानी की 'पारस', भालचन्द्र जोशी की 'पालवा' और 'लौटा तो भय', मनीषा कुलश्रेष्ठ की 'रंग-रूप-रस-गंध्', मनोज कुमार पांडेय की 'शहतूत', अल्पना मिश्र की 'रहगुजर की पोटली', दूध्नाथ सिंह की 'तू पफू', सुभाष पंत की 'धरमदास के पास एक रास्ता ज्यादा है', प्रत्यक्षा की 'शिकार' और अरूण कुमार असपफल की 'पाँच का सिक्का'।
  • जोश पर अनुभव हावी रहा. विजय मोहन सिंह का ‘ चाय की प्याली में गेंद ', कृष्ण बिहारी का ‘ बाय-बाय ', क्षितिज शर्मा का ‘ ढाक के तीन पात ', राजी सेठ का ‘ रुको इंतजार हुसैन ', लता शर्मा का ‘ देवता बोलते नहीं ', रोहिणी अग्रवाल का ‘ आओ मां परी हो जाएं ', जितेन ठाकुर का ‘ एक रात का तिलिस्म ' और अनंत कुमार सिंह के ‘ ब्रेकिंग न्यूज ' को छोड़ दें तो युवा कथाकारों के संग्रह ही आलोकित विवेचित होते रहे.
  • अधिक वाक्य:   1  2  3

जितेन ठाकुर sentences in Hindi. What are the example sentences for जितेन ठाकुर? जितेन ठाकुर English meaning, translation, pronunciation, synonyms and example sentences are provided by Hindlish.com.