In Hindi there is no difference between “”Khynik“” and “”Khyanjik“” in pronouncing but in Sanskrit“”No“” is pronounced “”No“” with out touching top wall of mouth. हिन्दी में क्षणिक और क्शड़िंक में कोई अंतर नहीं है परन्तु संस्कृत में ण का उच्चारण न की तरह बिना ठोकर मारे होता था अंतर केवल इतना कि जीभ ण के समय मुँह की छत को कोमलता से छूती है।