रात रात भर बस घुमते रहना अलग अलग राम्लेलाओं में.......
2.
उसे अचानक महसूस हुआ कि इसी एक चक्र में मरते दम तक घुमते रहना फुजू़ल है.
3.
सोचता है की रोके कमजोर बनके कुछ मिलेगा तो हा मिलेगा तुझे कमजोर का तमगा जिसका बोज तू जिंदगी भर उठाके घुमते रहना |
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सोचता है की रोके कमजोर बनके कुछ मिलेगा तो हा मिलेगा तुझे कमजोर का तमगा जिसका बोज तू जिंदगी भर उठाके घुमते रहना |
5.
-दूसरे बस का घुमते रहना तो पुलिस की नज़र में न आना किन्तु घटना की सूचना पर उसका ४ मिनट में वहां पहुँच जाना.
6.
वान (२.४५) || साक्षी बने रहो || (जय गुरूदेव) जीवन को दूर से देखो, नजर आएंगे आते और जाते सारे नज़ारे, सुख हो या दुःख, लाभ हो या हानी, लोभ हो या संतुष्टी, प्रेम हो या वीरक्ती, सब थोड़ी देर आते है, फीर दुसरे आते है, पहले चले जाते है, चक्र चलता रहता है, इसमें घुमते रहना ही जींदगी है??