इस्लामाबाद-पाकिस्तानके कारागृहमें २ ० वर्षसे अधिक समयसे क्षीण हो रहे सरबजीत सिंहपर विषप्रयोग किया जा रहा है ।
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(२) आगंतुक (ऐक्सिडेंटल)-चोट लगना, आग से जलना, विद्युत्प्रभाव, सांप आदि विषैले जीवों के काटने या विषप्रयोग से जब एकाएक विकार उत्पन्न होते हैं तो उनमें भी वातादि दोषों का विकार होते हुए भी, कारण की भिन्नता और प्रबलता से, वे कारण और उनसे उत्पन्न रोग आगंतुक कहलाते हैं।
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(४) आगंतुक (ऐक्सिडेंटल)-चोट लगना, आग से जलना, विद्युत्प्रभाव, सांप आदि विषैले जीवों के काटने या विषप्रयोग से जब एकाएक विकार उत्पन्न होते हैं तो उनमें भी वातादि दोषों का विकार होते हुए भी, कारण की भिन्नता और प्रबलता से, वे कारण और उनसे उत्पन्न रोग आगंतुक कहलाते