How I wish I could find my reed again and be contemptuously ignored by the busy and the wise as a hopeless ne ' er-do-well ! ” यह मेरी हार्दिक इच्छा है कि मुझे मेरी बांसुरी मिले और फिर से मैं व्यस्त और समझदार लोगों से तिरस्कृत और अनदेखा किया जाऊं एक नाकारा , निराशाजनक और कभी न सुधरनेवाले आदमी की तरह . ?