| 31. | जो आज कली है वह कल खिलेगी →
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| 32. | कली फूल बनती और फूल बीज बनता है।
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| 33. | अली कली में ही बिन्ध्यो आगे कौन हवाल।।
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| 34. | अली कली ही सों बँधयो आगे कौन हवाल
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| 35. | अली कली ही सा बिंध्यों , आगे कौन हवाल।।
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| 36. | * अंकुर पल्लव कली फूल फल बीज बना .
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| 37. | लेकिन कली की अपनी रसधार पर निर्भर करेगा।
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| 38. | लहर कली तितली पवन छांह चांदनी धूप !
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| 39. | सजगता से उस कली को सँभाल रही थीं।
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| 40. | कली को मसलने का वक्त निकल चुका है।
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