| 11. | भारतभूमि के अन्नमय कोश के मधुमय प्राण
|
| 12. | जो प्राणकोश व अन्नमय कोश का कारण है ।
|
| 13. | प्राणमय कोष का कार्य है अन्नमय कोष का संचालन।
|
| 14. | अन्नमय कोश त्वाचा से अस्थिपर्यन्त पृथ्वी-तत्त्व से सम्बन्धित है।
|
| 15. | इन्हें अन्नमय, मनोमय, अमृतमय पुरुषस्वरूप भगवान कहा जाता है।
|
| 16. | अन्नमय कोष की गहराई में प्राणमय कोष है.
|
| 17. | अन्नमय कोश: यह पांचभौतिक स्थूल शरीर
|
| 18. | तो अन्नमय कोष में रहने वाला आदमी बहिरंग है।
|
| 19. | पत्थर के पास एक ही शरीर है-अन्नमय कोष।
|
| 20. | अन्नमय कोष यानी हमारा स्थूल शरीर।
|