| 1. | यहाँ प्रस्तुत है अन्नमय को श का परिचय।
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| 2. | पंचकोशों में बाहरी अन्नमय कोश घन रूप है।
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| 3. | इससे मन का अन्नमय होना ध्वनित होता है।
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| 4. | यह पूरा जनपद फसलों से अन्नमय है ।
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| 5. | विनिर्मित कोशों को अन्नमय कोश कहते हैं ।
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| 6. | पंचकोशों में बाहरी अन्नमय कोश घन रूप है।
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| 7. | शास्त्रों में इसे अन्नमय कोष कहा गया है.
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| 8. | प्राणादि चतुर्दश अन्नमय कोशे यदा वर्तन्ते तदा
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| 9. | वही अन्नमय स्थूल तन में, प्राणियों के है यही,
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| 10. | अन्नमय कोश त्वाचा से अस्थिपर्यन्त पृथ्वी-तत्त्व से सम्बन्धित है।
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