इन सारे कार्यों में हमारी अँतड़ियों और अन्ननाल के अस्तरों के निवासी तान्त्रिकी प्रेषित्रों सहित न्यूरानों का भी योगदान होता है।
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इन सारे कार्यों में हमारी अँतड़ियों और अन्ननाल के अस्तरों के निवासी तान्त्रिकी प्रेषित्रों सहित न्यूरानों का भी योगदान होता है।
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खोज से ज्ञात हुआ है कि पेट में भी न्यूरान होते हैं जो पाचन की पेंचीदी क्रिया पर तो नियंत्रण करते ही हैं, वे हमारी मनस्थिति का निर्माण भी करते हैं-खान पान में जो आनन्द आता है उसका निर्माण अन्ननाल और अँतड़ियों में स्थित न्यूरान ही करते हैं, यद्यपि स्वतंत्र रूप से नहीं वरन असली मस्तिष्क की सहायता से करते हैं।
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खोज से ज्ञात हुआ है कि पेट में भी न्यूरान होते हैं जो पाचन की पेंचीदी क्रिया पर तो नियंत्रण करते ही हैं, वे हमारी मनस्थिति का निर्माण भी करते हैं-खान पान में जो आनन्द आता है उसका निर्माण अन्ननाल और अँतड़ियों में स्थित न्यूरान ही करते हैं, यद्यपि स्वतंत्र रूप से नहीं वरन असली मस्तिष्क की सहायता से करते हैं।