अहुरमज्द इसी सत्य के प्रतीक है, परमशक्ति है, अग्नि के सूर्य के प्रतीक हैं।
12.
अहुरमज्द इसी सत्य के प्रतीक है, परमशक्ति है, अग्नि के सूर्य के प्रतीक हैं।
13.
अर्थात् हम केवल उसी को पूजते हैं जो अपने धर्म के कार्यों से और अहुरमज्द के नाम से विख्यात है।
14.
ईरान में इन्हें ' अहुरमज्द ' तथा यूनान में ' यूरेनस ' {संदर्भ?} के नाम से जाना जाता है।
15.
वे एकेश्वरवादी थे-इतने पक्के कि उन्होंने उस सर्वशक्तिमान् के लिए अहुरमज्द नाम के अतिरिक्त अन्य नामों का सर्वथा निषेध किया है।
16.
यदि ईश्वर को हम जिहोवा कहें, खुदा कहें, गॉड कहें, अहुरमज्द कहें, रहीम कहें और ऐसा कहने पर वह ईश्वर न रहे तो वह ईश्वर ही क्या है?
17.
सत् असत् के इस परस्पर जगत् विरोधी युगल की संज्ञा है-अहुरमज्द तथा अह्रिमान्-अह्रिमान असत् शक्ति (पाप) का प्रतीक है तथा अहुरमज़्द सत् शक्ति (पुण्य) का प्रतिनिधि है।
18.
जरथुस्त्र ने इन छहों गुणों से युक्त अहुरमज्द की आराधना करने का उपदेश दिया तथा आतश (अग्नि) को भगवान् का भौतिक रूप मानकर उसकी रक्षा करने की आज्ञा ईरानी जनता को दी।
19.
यदि ईश्वर को हम जिहोवा कहें, खुदा कहें, गॉड कहें, अहुरमज्द कहें, रहीम कहें और ऐसा कहने पर वह ईश्वर न रहे तो वह ईश्वर ही क्या है?
20.
एक ग्रंथ (यस्न, 29.8) में अहुरमज्द अपने संदेशवाहक ज़रथुस्त्र को वाणी की संपत्ति प्रदान करते हैं क्योंकि “मानव जाति में केवल उन्होंने ही दैवी संदेश प्राप्त किया था जिन्हें मानवों के बीच ले जाना था।”